Viraj Bahu: The Unconventional Princess by Sharat Chandra (Hindi Edition)


Price: ₹49.56
(as of Jan 06, 2024 14:39:18 UTC – Details)



स्वामी-भक्ति का पाठ पढ़ाकर पुरुष ने नारी को अपने हाथ का खिलौना बना लिया। विराज भी ऐसे ही वातावरण में पली थी। उसने अपने पति को ही सर्वस्व मान लिया था। उसने स्वयं दुःख बरदाश्त किया; परंतु पति को सुखी रखने की हर तरह से चेष्टा की।
लेकिन इस सबके बदले में उसे क्या मिला?
लांछना और मार।
तीस दिन की भूखी-प्यासी; बुखार से चूर विराज; अपने पति नीलांबर के लिए बरसात की अँधेरी रात में भीगती हुई; चावल की भीख माँगने गई।
…और नीलांबर ने उसके सतीत्व पर संदेह किया; उसे लांछना दी।…
विराज का स्वाभिमान जाग उठा। पति की गोद में सिर रखकर मरने की साध करनेवाली विराज; अपने सर्वस्व को छोड़कर चल दी…और जब उसे अपना अंत समय दिखाई दिया; तो फिर वह पति के समीप पहुँचने को तड़प उठी।
उस सती-साध्वी को पति का सामीप्य मिला अवश्य; लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी; पति-सुख कुछ समय को पुनः प्राप्तकर बारंबार पद-धूलि माथे से लगाकर विराज अपने सारे दुःखों को भूल गई। अंतिम क्षण अपने पति से कहती गई; ‘मेरी देह शुद्ध है; निष्पाप है! अब मैं चलती हूँ; जाकर तुम्हारी राह देखती रहूँगी!’

Viraj Bahu by Sharat Chandra: Immerse yourself in the world of literature with “Viraj Bahu” by Sharat Chandra Chattopadhyay. This work by the renowned author is likely known for its exploration of characters, emotions, and societal challenges. It offers readers an engaging and emotionally resonant reading experience.

Key Aspects of the Book “Viraj Bahu”:
Character Exploration: Engage with well-crafted characters whose experiences and emotions drive the narrative.
Emotional Resonance: Experience the power of storytelling to evoke emotions and empathy.
Societal Themes: Reflect on the societal issues and challenges depicted in the narrative.

Sharat Chandra Chattopadhyay invites readers to immerse themselves in the world of “Viraj Bahu,” a literary work known for its exploration of human emotions and societal dynamics. This book promises to be an emotionally evocative reading experience.

ASIN ‏ : ‎ B0771MMJ3Z
Publisher ‏ : ‎ Prabhat Prakashan (31 October 2017)
Language ‏ : ‎ Hindi
File size ‏ : ‎ 840 KB
Text-to-Speech ‏ : ‎ Enabled
Screen Reader ‏ : ‎ Supported
Enhanced typesetting ‏ : ‎ Enabled
Word Wise ‏ : ‎ Not Enabled
Print length ‏ : ‎ 240 pages

Rihan Khan
Rihan Khan
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