1965 Bharat-Pak Yuddh ki Anakahi Kahani: Unearthing the Untold Stories of India’s War with Pakistan (Hindi Edition)
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1965 का युद्ध वर्ष 1947 में हुए विभाजन के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच पहला पूर्ण युद्ध था।
भारत के तत्कालीन रक्षा मंत्री वाई.बी. चह्वाण ने 22 दिन तक चले इस युद्ध का विवरण स्वयं अपनी डायरी में दर्ज किया था। इस पुस्तक में बताई गई अंदरूनी बातों से पता चलता है—
• पाकिस्तानी हमले के समय का पता करने में भारत का खुफिया विभाग बिलकुल विफल रहा।
• कैसे और क्यों चह्वाण ने प्रधानमंत्री को सूचित किए बिना ही वायुसेना को हमला करने का आदेश दे दिया।
• कैसे एक डिवीजन कमांडर को अभियान से अलग कर दिया गया।
1965 Bharat-Pak Yuddh ki Anakahi Kahani by Pradhan, R. D.: “1965 Bharat-Pak Yuddh ki Anakahi Kahani” by R. D. Pradhan is a book that narrates untold stories and events from the 1965 India-Pakistan war. It sheds light on the lesser-known aspects of the conflict.
Key Aspects of the Book “1965 Bharat-Pak Yuddh ki Anakahi Kahani by Pradhan, R. D.”:
War History: The book provides a historical account of the 1965 India-Pakistan war, focusing on events and narratives that have received less attention.
Unsung Heroes: R. D. Pradhan brings to the forefront the stories of unsung heroes and individuals who made significant contributions during the war.
Conflict Analysis: “1965 Bharat-Pak Yuddh ki Anakahi Kahani” offers an analytical perspective on the war, exploring its strategic and geopolitical implications.
R. D. Pradhan is the author of the book and is known for his work in the field of defense and security studies. His book serves as a valuable resource for those interested in the history of the 1965 India-Pakistan war.
From the Publisher
1965 Bharat-Pak Yuddha Ki Veergathayen by Rachna Bisht Rawat
यह पुस्तक युद्ध के वीरों, हुतात्माओं और उनके पराक्रम की शौर्यगाथा है।
भारत व पाकिस्तान के बीच हुए सन् 1965 के ऐतिहासिक युद्ध को पचास वर्ष से अधिक हो गए हैं। यह पुस्तक उस युद्ध के वीरों, हुतात्माओं और उनके पराक्रम की शौर्यगाथा है।
1 सितंबर, 1965 को पाकिस्तान द्वारा जम्मू व कश्मीर के छंब जिले पर हमले से ऐसे युद्ध की शुरुआत हुई, जिसमें बड़े पैमाने पर हथियारों व सैन्य-शक्ति का उपयोग किया गया। यह भारतीय सेना के सैनिकों का साहस व कुर्बानियाँ ही थीं, जिनके कारण हमने पाकिस्तानी घुसपैठ का समुचित उत्तर देते हुए देश को जबरदस्त सैन्य विजय दिलाई।
सन् 1965 के भारत-पाक युद्ध में भारतीय सेना द्वारा लड़ी गई पाँच प्रमुख लड़ाइयों के ऐतिहासिक तथ्य और एक्शन-प्लान तथा युद्ध में लड़नेवाले सेवानिवृत्त सैनिकों के साक्षात्कारों द्वारा उन घटनाओं का भी विवरण दिया गया है, जिनका आज तक कभी खुलासा नहीं हुआ।
इस पुस्तक में हाजी पीर, असल उत्तर, बार्की, डोगराई व फिल्लोरा में हुई लड़ाइयों और उनमें पराक्रम दिखानेवाले हमारे बहादुर युद्ध-नायकों से जुड़ी प्रेरणादायक कहानियों को भी स्थान दिया गया है।
युद्ध-इतिहास की यह पुस्तक हमारे सैनिकों के अप्रतिम युद्ध-कौशल और उनके पराक्रम को नमन-वंदन करने का एक विनम्र प्रयास है।
ASIN : B078L1TWLP
Publisher : Prabhat Prakashan (23 December 2017)
Language : Hindi
File size : 1135 KB
Text-to-Speech : Enabled
Screen Reader : Supported
Enhanced typesetting : Enabled
Word Wise : Not Enabled
Print length : 127 pages
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